शुक्रवार, 27 नवंबर 2020

बाल गीत ~ नता रिश्ता

नता रिश्ता

जिनगी भर जेखर आभारी।
ओखर नाँव बाप महतारी।।
घर  मा  जेखर  संगे रहना।
कहलाथें  इन भाई  बहना।।

दया  मया  नइ  राहय  बाँकी।
हरँय उहीमन ह कका  काकी।
कहँय सदा हर बात म हव जी।
काहन  उनला भइया  भउजी।।

सोचय जे दिनरात भलाई।
उही  ह  बबा  डोकरी दाई।।
अपन नता के मान मनौती।
बढ़ै तभे घर द्वार फभौती।।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
कन्हैया साहू 'अमित'~भाटापारा-9200252055

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें