मंगलवार, 25 मई 2021

दुलरवा दोहा ~ मोबाइल - नफा


मोबाइल महिमा~नफा

मोबाइल महिमा अमित, हावय अपरंपार।
सागर मा गागर भरे, पूजत हे संसार।।

मोबाइल मा ज्ञान हे, थोरिक ध्यान लगाव।
गूगल बाबा के दया, समझव अउ समझाव।।

व्हाट्सएप्प फेसबुक, ट्यूटर इंस्टाग्राम।
अमित सहुलियत दै इही, तुरते बनथे काम।।

मोबाइल के बिना, होवय काज न एक।
मनखे ले जादा हवय, एखर बुद्धि विवेक।।

दाई दीदी देखथें, रँधनी घर के बात।
काम बुता के बात ला, ददा देखथे घात।।

लइका खेलौना कहय, खेलय दिनभर गेम।
खाय पिये ला त्याग दै, भिड़े रहै हर टेम।।

रेल कहाँ हे जान ले, हरय बैंक ये तोर।
टिकट कटा घर मा बइठ, अपने हाथ अँजोर।।

आगे एंड्रॉयड अमित, देख-देख बतियाँय।
मोबाइल के काज ला, जन-जनमन पतियाँय।।

अस्पताल ऑफिस इही, इही तोर बैपार।
मोबाइल भगवान अउ, इही सबल सरकार।।

सुख-दुख हाँसी खुशी, मोबाइल के संग।
सादा सपना ला अमित, इही करय सतरंग।।
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कन्हैया साहू 'अमित' ~ 9200252055

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