हमर जेवन
सुघर संतुलित होवय जेवन।
सोंच समझ के करहव सेवन।।...
सेहत सिरतोन असल धन हे।
पोठ देंह मा सुंदर मन हे।।
बस सुवाद के चक्कर छोड़व,
डँट के खाय म हमर मरन हे।।
खाव भले तुम खेवन-खेवन।
सुघर संतुलित होवय जेवन।
सोंच समझ के करहू सेवन।।~1
भाजी-पाला अउ तरकारी।
खावव तन-तन शाकाहारी।।
पताल, मुरई, ककड़ी, खीरा,
राखव रोजे अपने थारी।।
सरी मौसमी फर हम लेवन।
सुघर संतुलित होवय जेवन।
सोंच समझ के करहू सेवन।।~2
दूध दही घी दलहन दलिया।
खावव संगी भर-भर मलिया।।
पीयव आरुग पानी पसिया,
पिज्जा बर्गर होथे छलिया।।
शेखी मा झन प्राण ल देवन।
सुघर संतुलित होवय जेवन।
सोंच समझ के करहू सेवन।।~3
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कन्हैया साहू 'अमित'~भाटापारा -9200252055
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