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गुरुवार, 13 मई 2021

बाल कविता ~ साफ सफाई

साफ सफाई

सबो  बिमारी  के  एक दवाई।
साफ सफाई जी साफ सफाई।।

एती-तेती  झन  फेंकव कचरा।
फोकटिया झन बगरावव पचरा।।

तोप-ढ़ाँक के तुम राखव पानी ।
हँसी-खुशी ले बीतय जिनगानी।।

साफ सफाई जी साफ सफाई।
हावय एमा  नित  हमर भलाई।।
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कन्हैया साहू 'अमित'~भाटापारा-9200252055

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