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शुक्रवार, 22 सितंबर 2023

रुखराई

रुखराई

नीलगिरी अउ लिमऊ लीम।
तुरते   ताही   बैद  हकीम।।

डूमर,   गस्ती,   तेंदू,   चार।
कर्रा,  करही,  अउर खम्हार ।।

सरई,  साजा अउ सागोन।
लकड़ी एखर जइसे सोन।।

आमा, अमली, कदम, अकोल।
रुखराई   बहुते   अनमोल।।

बोइर, बँभरी, बरगद,  बेल।
रुखुवा  देथे   दवई  तेल।।

पीपर, परसा अउ  शहतूत।
रुख रखवारी करव सपूत।।

बाँस,  बहेरा,  छींद,  कनेर।
पेड़ बचा, झन करव अबेर।।
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कन्हैया साहू 'अमित'

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